सुप्रीम कोर्ट ने इण्डियन ऑयल कॉरपोरेशन बनाम नेपक (2006 (06: एससीसी 736) में कहा है कि एक वाणिज्य व्यवहार या आनुवंशिक विवाद सिविल कानून में उपचार मांगने के अतिरिक्त आपराधिक अपराध संलिप्त हो सकता है। जैसे कि सिविल कार्यवाही की प्रकृति तथा क्षेत्र आपराधिक कार्यवाही से भिन्न है केवल यह तथ्य कि शिकायत वाणिज्यक सम्यक व्यवहार या अनुबन्ध के खण्डन जिसके लिए सिविल उपचार उपलब्ध है या प्राप्त कर लिया गया है। यह मात्र आपराधिक कार्यवाही को निरस्त करने का आधार नहीं हो सकता। इसकी परीक्षा यह है कि क्या परिवाद में लगाये गये आक्षेप आपराधिक अपराध प्रकट करते हैं अथवा नहीं।
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