Wednesday 9 November 2011

कानून के उल्लंघन के लिए आशय दिखना आवश्यक नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने गणेशमल जसराज बनाम गुजरात सरकार (1980 (1) एससीआर 1114) में कहा है जब जीवन की प्राथमिक वस्तुयें लाभ कमाने के लिए कृत्रिम अपमिश्रण द्वारा बेची जाती है तो उसका बचाव खाद्य पदार्थ अपमिश्रण रोकथाम अधिनियम तथा न्यायालय ही है। यदि अपराधी, जैसे कि वर्तमान मामले में, छोटा अर्थदण्ड देकर छूट जाता है तो ये कानून को ही अवमान में ला देता है और इसका लागू करना अपने आप में उपहास है। कानून के उल्लंघन के लिए आशय दिखना आवश्यक नहीं है। उल्लंघन अपने आप में पर्याप्त है। कठोर दायित्व के विशेष  स्थिति में व्यक्तिगत स्वतन्त्रता के हनन के लिए बचाव तर्क संगत रूप से अभिभावी है।

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