Tuesday 1 November 2011

अच्छा नाम काफी धन दौलत के मूल्य से अधिक

दिल्ली उच्च न्यायालय ने रामजेठमलानी बनाम सुब्रमनियम स्वामी (एआईआर 2006 दिल्ली 300) में कहा है कि मानहानि एक जनसंचार है जो दूसरे की ख्याति को क्षति पहुंचाने की प्रवृति रखती है। एक अच्छा नाम काफी धन दौलत के मूल्य से अधिक है।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने फतेहलाल बनाम राजस्थान राज्य (डब्ल्यू एल एन यू सी 160) में कहा है कि दोषसिद्धि मात्र कानूनी साक्ष्य पर  आधारित हो सकती है न कि अटकल के आधार पर। लेकिन दी गई परिस्थितियों में अभियोजन के लिए स्वतन्त्र एवं प्रत्यक्ष साक्ष्य प्राप्त करना कठिन है। इसलिए साक्ष्य को छोड़ने का आधार नहीं हो सकता। अभियुक्त की दोषसिद्धि स्थिति पर नहीं छोड़ी जा सकती यहां तक की दोषी होने की प्रबल संभावनाओं के संदेह पर भी।

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