Wednesday 18 December 2019

भारत के विधिवेताओं के दिमाग का दिवालापन


एक बार केंद्रीय विधि मंत्री  हंसराज भारद्वाज   राजस्थान के दौरे पर आये थे। उच्च न्यायालयों में जजों की कमी का मुद्दा उनके सामने  उठाया । मंत्री महोदय बोले यहां जज काम कम कर  रहे हैं इसलिये जब तक सुधार नहीं हो जाता तब तक और जज नहीं  मिलेंगे।  शाबाश ! काम जज नहीं  करते और खामियाजा भुगते जनता यह निर्णय है जन प्रतिनिधि का..?
और एक विधि वेता  कहते हैं जब तक हिंसा नहीं रुकती  तब तक सुनवाई नहीं करेंगे . और यही फार्मुला आगे बढे तो ..   जब तक रेप नहीं  रुकते रेप  पर सुनवाई नही.. ? क्यों यही होना चाहिये ना ..? यह  है भारत के विधिवेताओं  के दिमाग का दिवालापन .  शायद इसीलिये --  शेक्सपीयर ने कहा है --"The first thing we do, let's kill all the lawyers". - (Act IV, Scene II). ----Henry VI (Part 2) - William Shakespeare

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